बुधवार, 27 मार्च 2013

महारानी जी की मुस्कराहट

महारानी जी के चहरे पर हमेशा की तरह रहने वाली रहस्यमय मुस्कराहट कायम हे, महारानी जी की पार्टी के अपने आप को महारानी जी के सबसे बड़े खिदमतगार साबित करने की होड़ में लगे रहने वाले बड़े नेताओं  से लेकर छोटे कार्यकर्ताओं तक को महारानी जी की यह मुस्कराहट आम जनता के हित करने से पैदा हुई लगती हे , परन्तु विरोधी पक्ष के लोगो को जनता के धन को लूटने से पैदा हुयी खुसी की कुटिल मुस्कराहट लगती हे, आम जनता हमेशा की तरह बार बार  लुटते  पीटते रहने के बाद भी महारानी जी की मुस्कराहट का रहस्य जानने की नाकाम कोशीस में लगी ह, महारानी जी जब भी  किसी समाचार चेनल के माध्यम से जनता को दर्शन देती हे, मुस्कराती ही दिखती हे, देश की हालत बद  से बदतर होती जा रही हे, जनता भ्रस्टाचार , मंहगाई व आतंकवाद से त्रस्त हे, बढती बेरोजगारी से देश का युवा अपराध को रोजगार बनारहाहे. फिर भी महारानी जी मुस्करा रही हे. 
महारानी जी के दल के बड़े बड़े नेताओं के बड़े बड़े घोटालों की लम्बी फेहरिस्त में एक नया मोती जोड़ते हुए एक नया घोटाला हेलीकॉप्टर घोटाले के रूप में सामने आया हे. देश की जनता का करोडो रुपया फिर से लुट लिया गया, महारानी जी की मुस्कान कायम हे, कहीं दर्द,परेशानी अफ़सोस  या देश की जनता के प्रति दुःख जेसे कोई चिन्ह उनके चेहरे पर नहीं दीखते, शायद महारानी की नजरों में यह सामान्य घटना हे, आजादी के बाद से महारानी जी के परिवार का ज्यादातर समय राज रहा हे, तथा अबतक हुए अनगिनत घोटालो में उनके परिवार के सदस्यों की सीधे या  उनकी पार्टी के हरदम हाथ जोड़े नतमस्तक खड़े रहने वाले नेताओं के माध्यम हिस्सेदारी जरुर रही होगी, क्योंकि यह तो कोई मान ही नहीं सकता की महारानी की पार्टी में उनकी आज्ञा या जानकारी के बिना किसी की यह ओकात हे की वह कुछ भी कर सके. जेसे जेसे नए नए घोटाले जनता के सामने आते हे, महारानी जी के चेहरे की मुस्कान बढती जाती हे. 
महारानी जी मुस्काये भी क्यों नहीं, वो जानती हे, जेसे ही कोई घोटाला सामने आएगा, जिसमे उनके ससुराल हो चाहे उनके विदेशी पीहर के दोस्तों या पार्टी के लोगों पर आरोप लगेंगे उनकी पार्टी की कीचड़ उछालु,चीख चीख कर उलजलूल बकबक करने में महारत हासिल नेताओं की टोली तुरंत सक्रीय होकर या तो घोटालो सही साबित करने या अपनी पार्टी को  पाक साफ बताने के कुतर्क देने लग जायेगी . या फिर घोटाले का  बहुत मामूली कोई सम्बन्ध विरोधी दल में ढूंढने में लगकर,घोटाले का नहीं  किसी भी तरह का संबंध मिलने पर पूरा दोस विरोधिओं पर मढने में अपनी सारी  उर्जा लगा देंगे . अगर विरोधी पार्टी से किसी घोटाले का सम्बन्ध नहीं मिला तो इन हुल्लड़बाज नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता,क्योंकि महारानी जी ,उनके देशी विदेशी परिवार या पार्टी के घोटाले बाजो को तथा अन्य आरोपियों को बचाने का एकमात्र काम करते करते ये इतने बेशर्म हो चुके हे, की अपने अरबों के अनगिनत घोटालो को दबाने या प्रत्येक नए घोटाले से अपने को पाकसाफ साबित करने  के लिए विरोधी पक्ष के लोगों के करोड़ों के चंद घोटालों को चिल्ला चिल्ला कर बार बार बताते रहेंगे , समाचार चेनलों पर इस तरह की चर्चा करने पर बिना रुके न केवल अपने समय बोलते रहते हे, बल्कि दुसरे के समय पर भी बिच में जोर जोर से बोलते रहते हे, रोकने पर भी नहीं मानते किसी भी तरह समय पूरा करवा देते हे।
वेसे महारानी मुस्कराये भी क्यों नहीं, महारानी जानती हे, यह चमचों या बिरुदावली गाने वाले भांड टाइप लोगों के पार्टी हे, किसी का  भी कोई स्वतंत्र अस्तित्व नहीं हे,परजीवी कीड़े या बेल की तरह उनके नाम से जुड़े रहने से उनको रोजीरोटी नसीब हे, महारानी के परिवार के छोटे से छोटे सदस्य का गुणगान कर,पराधिनता में सुख महसूस करने वाले लोगो का जमावड़ा ही उनकी पार्टी हे. यहाँ किसी को कोई पद उसकी योग्यता या क़ाबलियत से नहीं, महारानी की मेहरबानी, या महारानी की चापलूसी करने से मिलता हे, देश का दुर्भाग्य हे की प्रधानमंत्री जेसे सर्वोच्च पद से लेकर किसी भी मंत्री पद पर बेठा व्यक्ति यह कहने में गर्व महसूस करता हे की यह पद मुझे महारानी के आशीर्वाद से मिला हे. उच्च मंत्री पदों पर नकारा लोगो की भरमार हे, देश की जनता त्रस्त हे, मंहगाई, भ्रस्टाचार व सरकारी लुट से परेशान हे,आतंकवाद चरम पर हे, कानून व्यवस्था चोपट हे, देश जल रहा हे, महारानी बिरुदावली सुन सुन कर नीरो की तरह  चेन की बांसुरी बजा रही हे, कुटिलता से मुस्करा रही हे. 
अनगिनत घोटालों से हो रही पार्टी की बदनामी, बढ़ते भ्रस्टाचार व मंहगाई से पार्टी की गिरती साख, के बावजूद भी महारानी जी का हमेशा मुस्कारते रहना गलत भी तो नहीं हे, क्योंकि महारानी जानती हे की जब कोई घोटाला सामने आएगा, उनकी पार्टी की कीचड़ उछालू  , उल जलुल बकबक कर सच्चाई को नकारने में महारत हासिल लेकिन समाचार चेनलो की सर्वाधिक पसंद चमचो की टोली तरह तरह के कुतर्क देकर या तो विरोधी दल के  लोगो या अपनी ही समर्थक दल के लोगो पर सारा दोस जड़ देङ्गे. या घोटाला उजागर करने वाली संवेधानिक संस्था पर कीचड़ उछालेंगे, उन्हें उनकी ओकात में रहने की नसीहत देंगे। 
या फिर अपने हाथ की कत  पुतली संस्थाओं को जाँच सोंप कर या तो लम्बे समय तक मामले को लटका देंगे, या अपने लोंगो को बचाने में उसका उपयोग करेंगे, जब इतना सब महारानी जी के इशारे भर से उनके लोग बढ़चढ़ कर करने लग जाते हो तो भला महारानी जी क्यों न मुस्कराए . 
महारानी जी की मुस्कराहट महारानी जी पर फ़िदा रहने वाले समाचार चेनलों की वजह से भी हे. कई बार तो समाचार चेनल जिस तरह महारानी जी व युवराज के गुणगान को इतने लालायित लगते हे की यह समझना कठिन होता की ये निष्पक्ष समाचार चेनल हे, या महारानी की बिरुदावली गाने वाले चमचे . महारानी के पक्ष में उनकी हल्ला बिग्रेड के नेताओं को तो यह जोर जोर से लम्बा लम्बा बोलने देते हे, परन्तु जब विरोधी पक्ष के लोग सच्चाई को सामने ला  कर महारानी या उनकी पार्टी की पोल खोल कर उनकी बखिया उधेड़ने लगते हे तब महारानी की पार्टी के लोग बिच में ही चिल्ला चिल्ला कर बोलना शुरू कर देते तब चेनल के एंकर या उनके सहयोगी न तो इनको रोकने की कोशिस करते हे, बल्कि कई बार तो खुद भी लगातार बोलना शुरू कर देते ताकि जनता महारानी की असलियत सुन व समझ न सके. 
महारानी जी की मुस्कान लगातार कायम हे, जब तक महारानी जी की पार्टी को सहयोग देकर सत्ता में बनाये रखने वाले स्वार्थी व लालची नेता रहेंगे, जो न सिर्फ खुद भ्रस्ट व जनता के धन के लुटेरे हे, बल्कि अपने स्वार्थ के लिए जनता को धोका देने में सिद्धहस्त हे,महारानी जी इनके सभी काले  कारनामों की पूरी जानकारी रखती हे, तथा महारानी जी के इशारों पर कार्य करने को मजबूर सरकारी जाँच एजेंसिओं की जाँच के डर से महारानी जी जेसे नचाना चाहे नाचने को तेयार हे,या मजबूर हे। मक्कारी से धर्मनिरपेक्षता का  ढोंग कर जनता को भूख, गरीबी व मंहगाई के दलदल में धकेलने को तत्पर रहते हे. 
महारानी जी का मुस्कारते रहना कंही वाजिब भी लगता हे, क्योंकि की महारानी जी जानती हे, की प्रमुख विरोधी पार्टी के नेता जो सब तरह से योग्य होने पर भी पद के लालच में एक दुसरे की टांग खिचते रहते हे, अपने को दुसरे से ज्यादा श्रेष्ठ मानने की होड़ में पार्टी की बदनामी की चिंता नहीं करते, अपना अहंकार पार्टी से ऊपर मानते हे, एसे  नेताओं की वजह से पार्टी देश के सर्वाधिक लोकप्रिय व योग्य व्यक्ति को सर्वोच्च पद का प्रत्याक्षी घोषित करने का निर्णय नहीं कर पाती,ऐसे केकड़ा प्रवृति के नेताओं वाली विरोधी पार्टी, अपने स्वार्थ को देश हित व जनता के हित से ऊपर मानने वाले अन्य दलों के लोगो की वजह से महारानी जी निश्चिंत हे की कोई उनकी पार्टी की जगह नहीं आ सकेगा . 
देश के ऐसे दुर्भाग्य  पूर्ण हालातों की वजह से जनता लुटती, पिटती तथा मरती रहेगी, महारानी जी मुस्कराहट दिनोदिन बढती रहीगी, देश का धन लुट कर भी महारानी जी व उनकी पार्टी के लोग मजे करते रहे गे.