सोमवार, 24 जून 2013

कांग्रेस के भोंकू झुण्ड का हमला

आज महा आतंकवादी ओसामा लादेन जी के परम भक्त, मुस्लिम आतंकवादिओं के परम हितेषी कांग्रेस के भोंकू झुण्ड के चेयरपर्सन के नेतृत्व में कांग्रेस के भोंकू झुण्ड के सभी सदस्य नरेन्द्र मोदी नामक हाथी जो बिना चीखे चिल्लाये विकाश मार्ग पर अनवरत चल रहा हे, के पीछे ऊँचे सुर में भोंकना सुरु कर दिया हे, इसी तरह की आदत वाले कुछ समाचार चेनलों के संवाददाता भी इस कार्य में अपना भी  सुर मिलाते  हुए उनके भोंकने को  बढ़िया कवरेज देकर निरंतर प्रसारित कर रहे हे, दरअसल जबसे नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ में आई भयंकर विपदा व तबाही से बर्बाद हुए महान मन्दिर में पुनरुधार करने की पेशकस की हे , भोंकू झुण्ड के सदस्यों के पेट में मरोड़ मचनी सुरु हो गयी हे, जो खुद हर क्षेत्र में नाकारा साबित हुए हो उन्हें दूसरो की सफलता पचती नहीं हे, अपनी नाकामियों को (जेसा की उनकी पार्टी के मुख्यमंत्री  की नाकामी  इस विपदा का सही ढंग से निपटने में नजर आई,) छिपाने के लिए सफल व्यक्ति पर भोंकना ही इनका तरीका हे, मिडिया का पुरा पुरा सहयोग तो इनको मिलता ही हे, या यों भी कह सकते हे, भोंकू झुण्ड व पक्षपाती मिडिया का यह एक सयुक्त अभियान हे. 
   इस  भोंकू झुण्ड के सदस्यों ने सोचा की उनकी महारानी व उनके आज्ञापलक मुख्य वजीर ने अपने आलिशान विमान में बेठ कर तबाही के भयंकर मंजर व उसकी  की शिकार जनता को 15 -20  हजार फिट की ऊंचाई से देख कर जनता के दुःख दर्द दूर कर दिए हे , अब किसी को वहां जाने की जरुरत नहीं हे, तबाही के शिकार लोग महारानी के गुणगान कर अपना दर्द भूल जायेंगे , लेकिन जब नरेन्द्र मोदी ने वहां जाकर लोगो के दुःख दर्द को देखा सुना और मंदिर व केदारनाथ परिसर के पुनारुधार की पेशकस की तो इनके व इनके मिडिया सहयोगिओं की छाती पर सांप लोटने सुरु हो गए, 
विपक्षी दल का इस भयंकर विपदा में  एक P M के होते हुए भी युवराज को ही P M मानने वाले  इनके युवराज के देश में आकर प्रभावित लोगो के दुखदर्द में शामिल होने के बजाय   विदेश में मोज मस्ती करते रहने के लिए सवाल पूछने पर भोंकू झुण्ड के सदस्य जोरदार भड़के हुए हें, इनका मानना हे की उनके युवराज तो भगवान से भी ज्यादा महान  हे, वो तो विदेश में बैठकर अपना आशीर्वाद देकर जनता के दुःख दर्द दूर कर देंगे, अभी कुछ दिन पूर्व ही युवराज के परम कृपा पात्र वजीर जब देश में नक्सल आतंकवादिओं के हमले में इनकी पार्टी के बड़े नेता मारे  गए थे तब भी विदेश में ही रहे क्योंकि इनको वहां तीन दिन बाद आँखों का चेकअप करना था , महान लोगो का चेकअप देश के साधारण डाक्टर केसे  कर सकते थे, देश की  मामूली जनता मरे तो मरे. 
  यह भी संभव हे की पार्टी के नेताओ ने  अपने युवराज को खबर देना ही जरुरी नहीं समझा हो , गरीब देश वासिओं के दुःख दर्द व तबाही जेसे मामूली कार्य के लिए युवराज की मोजमस्ती में खलल डालना इन्हें अनुचित लगा होगा, या युवराज को एसा बताकर उनको नाराज करना नहीं चाहते हो, युवराज की चापलूसी कर उनकी नज़रों में चढ़ना ही तो इनका प्रमुख कार्य हे ,इसी की आदत पद चुकी हे.  देश में काला धन बहुत हे , यह भी संभव हे की युवराज मोजमस्ती के लिए नहीं , किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए गए हो, इसलिए इस समय युवराज को जनता के दुःख दर्द की बात कहना भोंकू झुण्ड के लोगो को अपने राजनेतिक जीवन के लिए खतरा लगता हो,  सभी को सोचना हे.   

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